आज गाजीपुर वासियों द्वारा जम्मू & काश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का आत्मीय स्वागत कोई नाहक नहीं था। चार महीने के बाद अपने गृह जनपद आये विकास पुरुष से मिलने के लिए इनके चहेते पलक-पावड़े बिछाये इन्तजार कर रहे थे। श्री सिन्हा भी अपने लोगों से मिलने को बेताब थे कई जगह अपने लोगों से मिलने के लिए प्रोटोकॉल तोड़कर मिले। लोगों के आंखो में खुशी के आंसू थे। हालांकि चार महीने का अंतराल कोई ज्यादा नहीं था पहले जब भी लोग मिलना चाहते थे मिल लेते थे लेकिन अब राज्यपाल बनने के बाद सरकारी तामझाम आड़े आती है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का चार्टर प्लेन बुधवार को दिन में 12.10 बजे अंधऊ हवाई पट्टी पर उतरा। इसके बाद वह अपने पैतृक गांव मोहनपुरा के लिए रवाना हुए। श्री सिन्हा के दीदार के लिए उनके चाहने वाले हजारों लोग हवाई पट्टी के आसपास मौजूद थे, लेकिन लोगों के मन में यह बात भी थी एलजी साहब को सुरक्षा बल के लोग किसी से मिलने नहीं देंगे। जैसे ही हवाई पट्टी से एलजी का काफिला बाहर निकला, वैसे ही बाहर खड़े उनके चाहने वाले मनोज सिन्हा जिंदाबाद का नारा लगाते हुए उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब हो गए। जैसे ही श्री सिन्हा की उनकी बेताबी पर नजर पड़ी, उन्होंने वाहन को रुकवा दिया और प्रोटोकाल तोड़ अपनों के बीच चले गए।
अपनों के बीच स्वागत से गदगद सिन्हा ने भोजपूरी अंदाज में कहा कि” देश मे रहु, परदेश मे रहु, कौनो भेष मे रहु,
पर राउरे कहाईबो राउरे कहाईबो” कहकर
जनपद वासियों से ख़ुद को दूर होने के मर्म से अवगत करा गये…..।