गाजीपुर। स्वराज इंडिया पार्टी के प्रमुख व समाजसेवी योगेंद्र यादव ने जिला पंचायत सभागार में अयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि हमारे देश का गणतंत्र के सामने अभूतपूर्व संकट खड़ा है। जो 75 वर्षों में नहीं देखा गया है। भारत के स्वधर्म पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया जा रहा है जिसपर भारत की गणतंत्र की बुनियाद रखी गयी है। स्वधर्म का मूल मैत्री, करुणा व शील है। इसी पर भारत का गणतंत्र टीका हुआ है। जिसपर सत्ता के शीर्ष से लगातार हमला हो रहा है। जो गणतंत्र को खत्म कर सकती है। उन्होने बताया कि अब समय आ गया है कि हर भारतीयों को अपना निजी हित छोड़ कर देश को बचाने के लिए आगे आना होगा। पीएम मोदी द्वारा नई संसद के उद्घाटन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जो परम्परा देश में वर्षों पहले छोड़ दिया था अब उसे दोहराया जा रहा है। जब संवैधानिक कार्य हो रहा है तो एक धर्म को प्रश्रय देना कहां तक उचित है। ओलम्पिक में मेडल लाने वाले बहादुर पहलवानों को सड़कों पर घसीटा जा रहा है यह किसी अहंकार में डूबे राजा की तरह कार्य कर रहे हैं। नाबालिक पहलवानों ने आरोप लगाया लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज हुआ। अब लगता है कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही गिरफ्तारी होगी। यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने में सात दिन का समय लगा जबकि महिला पहलवानों के खिलाफ सात घंटे में ही एफआईआर हो गया। उन्होने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सबकुछ भूलकर सब मिलकर देश को बचायें। कर्नाटका के चुनाव परिणाम से ही उम्मीद बधी है कि 2024 में मुकाबला होगा। इस चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि नफरत हारी है और अहंकार टूटा है। जैसा करोगे वैसा भरोगे। आम आदमी पार्टी के कार्यों से बड़ी शर्मिदगी होती है। स्वराज इंडिया राजनीतिक दल है। 2024 में चुनाव नहीं लड़ेंगे। परिवर्तन का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर धीरेंद्र श्रीवास्तव, रमेश यादव आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
भारतीय गणतंत्र का स्वधर्म मैत्री, करुणा और शील है: योगेन्द्र यादव
By एडिटर
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