महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कश्मीरी हिंदू विस्थापितों को उनके हितों को ध्यान में रखते हुए कश्मीर में या अन्यत्र पुन: बसाये जाने , बिट्टा कराटे को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने एवं गीता को विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में बढ़ाए जाने को लेकर विचार-विमर्श किया गया ।
कश्मीरी हिंदू विस्थापितों की संस्था *कश्मीरी समिति* के अध्यक्ष सुमीर चरुंगू जी ने कहा कि हम अपने शहीद पूर्वजों के कातिलों के साथ नहीं रह सकते । यह भी कहा कि क्या गारंटी है कि फिर 1990 जैसी घटनाएं नहीं होगीं। आज भी वही हालात दिखलाई पड़ रहे हैं । अगर सरकारें कश्मीरी हिंदू विस्थापितों को सही मायने में फिर से कश्मीर में बसाना चाहती है तो एक अलग स्थान सुनिश्चित करें और वहां इस प्रकार की व्यवस्था हो कि कश्मीरी हिंदू बेखौफ होकर रह सकें।
*युगांडा अफ्रिका* के श्री ए. के. जिंदल ने कहा कि कश्मीरी हिंदू विस्थापितों को फिर से बसाना भारत सरकार के लिए गौरव की बात होगी । इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए ।
*जोरहाट असम* की श्रीमती जयश्री शर्मा ने कहा कि भारत जैसे देश के लिए यह अत्यंत ही शर्मनाक बात है कि हम अपने ही देश में अपने ही लोगों के विस्थापन को पिछले 32 वर्षों से देख रहे हैं । सरकार को फिर से इनके अपने स्थानों पर बसाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए ।
संस्था के *वरीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष* एवं सुप्रसिद्ध पुस्तक “इनसे हैं हम” के संपादक डॉ अवधेश कुमार अवध ने कहा कि कश्मीरी विस्थापितों का मामला पिछले 32 वर्षों से लटका हुआ है । यह इस देश के लोगों के लिए शर्म की बात है कि अपने ही देश में अपने ही लोग विस्थापित होकर दंश झेल रहे हैं । इनको फिर से बसाए जाने पर अविलंब विचार होना चाहिए ।
*सिंगापुर* की डॉ प्रतिभा गर्ग ने कहा कि जिन हिंदू भाइयों के साथ इतना अनाचार व अत्याचार हुआ , उनको आज 32 साल बीत जाने के बाद भी पुन:श्च नहीं बसाया जाना उनके घाव को हरा बनाए हुए है । इन्हें तत्काल बसाया जाना चाहिए ।
कहा कि 20 कश्मीरी हिंदुओं के कातिल बिट्टा कराटे को सजा अवश्य मिलनी चाहिए और इसमें येन केन प्रकारेण देर करना यह उन हिंदू शहीदों का अपमान करना होगा ।
*यूएसए* की रीता सिंह जी ने कहा कि अपने ही देश में हिंदुओं का विस्थापित होना दुःख एवं विषाद का विषय है । इस कलंक को कश्मीरी हिंदुओं को पुन:श्च बसाकर शीघ्र मिटाया जाना चाहिए ।
मीटिंग की *अध्यक्षता* कर रहे संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा कि देश बहुत ही विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है । स्थान-स्थान पर कश्मीर फाइल्स फिल्म में जो दिखाया गया है , उस प्रकार की घटनाओं की झलक देखने को मिल रही है ।
कहा कि कश्मीर के हालात भी सही नहीं है । इस प्रकार कश्मीरी हिंदुओं को फिर से वहां बसाना , उन्हें आग में झोंक देने के समान होगा । इसलिए सरकारों को चाहिए कि कश्मीरी हिंदुओं को कश्मीर में एक अलग स्थान दिया जाए । जहां उनकी सुरक्षा की गारंटी हो उनको वहां बसाया जाए ।
मीटिंग में अनेक वक्ताओं के द्वारा बिट्टा कराटे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई ।
इस मीटिंग में अनेक वक्ताओं के द्वारा श्रीमद भगवत गीता को विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पढ़ाये जाने पर जोर दिया गया ।
बताया गया कि इस ग्रंथ को पढ़कर आने वाली पीढ़ी में देश व समाज के प्रति अपने कर्तव्य पालन की भावना का उदय होगा ।
इस अंतर्राष्ट्रीय गूगल मीटिंग में विचारोंपरांत निर्णय लेकर भारतीय जन महासभा के द्वारा मांग की गई है कि : —
1) 1990 के कश्मीरी हिंदुओं के विस्थापन में जिसका मुख्य हाथ रहा और जिसने 20 से अधिक लोगों की हत्या की , ऐसे खूंखार हत्यारे बिट्टा कराटे को शीघ्रातिशीघ्र कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ।
2) जम्मू कश्मीर सरकार एवं केंद्र सरकार तत्काल विचार कर कश्मीरी हिंदू विस्थापितों को उनके हितों को ध्यान में रखते हुए फिर से बसाए जाने पर तत्काल उचित निर्णय लें ।
3) भारत के सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अनिवार्य रूप से गीता पढ़ायी जाए ।
*धन्यवाद* ज्ञापन सिंगापुर की डॉ प्रतिभा गर्ग के द्वारा किया गया ।
इस अंतर्राष्ट्रीय गूगल मीटिंग में श्री पोद्दार के अलावे नई दिल्ली से कश्मीरी समिति के अध्यक्ष सुमीर चरुंगू , *सिंगापुर* से डॉ प्रतिभा गर्ग और श्रीमती बिदेह नंदनी चौधरी, *युगांडा , (अफ्रिका)* से श्री ए. के. जिंदल , *यूएसए* से श्रीमती रीता सिंह , मेघालय से डॉ अवधेश कुमार अवध , नई दिल्ली से गंगादीन शर्मा (जांगिड़) , हरीश चंद्र आर्य , जोरहाट असम से श्रीमती जयश्री शर्मा , जींद हरियाणा से पवन सिंगला , जयपुर राजस्थान से ओम प्रकाश अग्रवाल , मेरठ उत्तर प्रदेश से श्रीमती लक्ष्मी गुसाईं , भागलपुर बिहार से श्रीमती लक्ष्मी सिंह , शाहदरा दिल्ली से अर्चना वर्मा , श्रेया अष्ट , जमशेदपुर झारखंड से प्रमोद खीरवाल , संतोष कुमार गनेड़ीवाला , गोमो धनबाद से भरत प्रसाद आर्य , बक्सर बिहार से अजय सिंह , नागपुर महाराष्ट्र से अनुसूया अग्रवाल , पुणे महाराष्ट्र से शारदा अग्रवाल रांची से सुजीत कुमार आदि सम्मिलित थे ।
यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है ।