गाजीपुर। नगसर थाना क्षेत्र के नुरपूर में ब्राह्मण परिवार पर पुलिसिया जुल्म के मामले में बुधवार को जनता दल (यू) के जिलाध्यक्ष विनीत तिवारी ने जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से मुलाकात की। उन्हें मुख्यमंत्री को सम्बोधित चार सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि ब्राह्मण परिवार पर दर्ज सभी मुकदमें खारिज किए जाए, प्रशासनिक जांच सार्वजनिक की जाए। देश के वीर जवानों का सम्मान प्रशासन संस्तुति पत्र देकर करें और देश के भविष्य छात्रों पर दर्ज मुकदमें भी वापस हो। श्री तिवारी ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि नूरपुर में कुछ प्रशासनिक लापरवाही के चलते कुछ नि-अपराध सेना के जवानों के साथ बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की गई थी। मीडिया बंधुओ का शुक्र गुजार हूं की उन्होंने नूरपुर कांड में निर्दोषों का साथ देते हुए पुलिस की बबर्रता की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिससे प्रशासन की नींद खुली और खुद मुख्यमंत्री ने मामले को स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। कहा कि मुकदमा दर्ज होने की वजह से आज भी पीड़ित परिवार कोर्ट-कचहरी का चक्कर लगा रहे हैं। जिन्हें सीमा पर होना चहिये वह न्याय की गुहार लगा रहे। जांच पूरी हो चुकी है और लापरवाह एवं दोषी पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। कुछ मामले छात्रों पर किए गए है, जो देश के भविष्य है, लेकिन उनके साथ बदले की भावना से झूठा मुकदमा किया गया है। इससे उनका भविष्य अधर में लटका है। पत्रक देने दौरान दीपक उपाध्याय पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष पीजी कालेज, गिरिश पांडेय, पीड़ित परिवार से दीपेश पांडेय, अविनाश पांडेय, विशाल पांडेय, निर्भय पांडेय मौजूद थे।