प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सार्वजनिक सेवा समिति, निर्मल नगर, भुइँयाडीह जमशेदपुर के द्वारा सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया।
इस संस्था के लोगों के पास सोमवार को जिला – पूर्वी सिंहभूम अंतर्गत सीतारामडेरा थाना के कुछ सिपाहियों के साथ एक महिला पदाधिकारी ने आकर संस्था के अध्यक्ष श्यामसुंदर मिश्रा जी एवं अन्य कार्यकर्ताओं पर सोमवार को ही मां सरस्वती की प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए दबाव बनाया। उक्त पदाधिकारी ने कहा कि सोमवार को ही विसर्जन कर दिया जाए क्योंकि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होने वाला है।
संस्था के लोगों ने उनको बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 1 फरवरी को मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। यह भी बताया कि बैंड बाजे वाले आदि को उसी दिन के लिए काफी पहले से बुक किया हुआ है। ऐसे में सोमवार को विसर्जन करना संभव नहीं हो पा रहा है।
पदाधिकारी ने कहा कि आपको करना होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री शहर में रहेंगे। इस पर संस्था के लोगों ने अपना रोष प्रकट करते हुए साफ कह दिया कि हम मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन 1 फरवरी को ही करेंगे। तब थाना के पदाधिकारी और सभी सिपाही लौट गए।
इस घटना की जानकारी मिलने पर संस्था के संरक्षक धर्म चंद्र पोद्दार ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इस प्रकार से पुलिस प्रशासन के द्वारा सरस्वती पूजा करने वाली संस्था को धमकाना बहुत ही निंदनीय है। कहा कि झारखंड प्रदेश में बहुसंख्यक समाज को अपने धार्मिक कृत्य को भी करने से बाधित किया जा रहा है। यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम लगभग 15 दिन पूर्व ही निश्चित हो जाता है, तो ऐसे में प्रशासन ने उसी समय क्यों नहीं कहा। तब संस्था के द्वारा बैंड बाजे वाले आदि को बुक करने का काम उसी अनुसार किया जाता।
संस्था के अध्यक्ष श्यामसुंदर मिश्रा ने कहा कि हम इस प्रकार की पुलिसिया कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हैं और हम अपने नियत समय पर ही मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन करेंगे। कहा कि अगर इसमें किसी ने भी किसी भी प्रकार का रोड़ा अटकाने का प्रयास किया, तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।