विदेशों के साथ-साथ भारत के विभिन्न प्रांतों मे हजारों स्थानों पर वीर सावरकर जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गयी। भारतीय जन महासभा के लोगों ने भी अनेक स्थानों पर जयंती मनाई।
उक्त जानकारी देते हुए महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि अंग्रेजों ने भारतीयों को जानवरों से भी बदतर जिंदगी जीने पर मजबूर किया था। कहा कि अंडमान की सेल्यूलर जेल में काला पानी की सजा काटते हुए *वीर सावरकर को कोल्हू से तेल निकलना पड़ा* और प्रतिदिन 30 पाउंड तेल निकालने का काम 11 वर्षों तक करना पड़ा था।
महासभा के वरीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व इनसे हैं हम के प्रधान संपादक डॉ अवधेश कुमार अवध ने अपने सन्देश में कहा कि वीर सावरकर का सबसे स्तुत्य कार्य रहा *1857 के संग्राम को प्रथम स्वातंत्र्य समर* नाम देना।
संस्था के संरक्षक डॉ हरि बल्लभ सिंह आरसी जी ने अपने संदेश में कहा कि आगामी समय में *वीर सावरकर की लगभग 20 फीट ऊंची प्रतिमा जमशेदपुर में लगायी जाएगी।* इस घोषणा का महासभा के अनेक लोगों ने हार्दिक स्वागत किया है।
वीर सावरकर जयंती मनाने वालों में प्रमुख रुप से श्री पोद्दार के अलावे जमशेदपुर झारखंड से प्रकाश मेहता , पूनम मेहता, रोनित जोशी, प्रिया जोशी ,
प्रमोद खीरवाल , पिंकी देवी , रामचंद्र राव , *सिंगापुर* से बिदेह नंदनी चौधरी एवं डॉ प्रतिभा गर्ग , मेरठ उत्तर प्रदेश से लक्ष्मी गुसाई , जयपुर राजस्थान से ओम प्रकाश अग्रवाल , गोड्डा झारखंड से बासुदेव पंडित , स्वीटी रानी , तेजस्वी राज , जोरहाट असम से जय श्री शर्मा , छतीसगढ़ से अनीता मंदिलवार सपना , कोलकाता से सूर्य शंकर एवं पिंटू कुमार महतो , कलियावर असम से कल्पना देवी आत्रेय , करौली राजस्थान से अशोक गोयनका , रायपुर छत्तीसगढ़ से डॉ आरती उपाध्याय देव , शाहदरा दिल्ली से अर्चना वर्मा , रांची झारखंड से विजय केडिया , शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश से नीलम सिंह व नागपुर महाराष्ट्र से अनुसूया अग्रवाल , बक्सर बिहार से अजय कुमार सिंह, नीतु सिंह,नारद कुमार, रूपेश कुमार, सोनिका कुमारी,अंजु कुमारी,रीना बेगम, रितु राज, विकास कुमार, अंकित कुमार,मुना कुमार,अमृत कुमार,पंकज कुमार,जय प्रकाश अग्रवाल,रवि कुमार, रजनीश कुमार,बजरंगी कुमार,आजाद कुमार,अंगद शर्मा,अमित कुमार,रतन कुमार, सुबोध कुमार,शशी कुमार, ध्रुव कुमार के नाम सम्मिलित है।
यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है।