गाज़ीपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में 5 मार्च से 8 मार्च 2024 तक रेवतीपुर के बुढ़वा महादेव मंदिर के पास चलने वाले 108 कुंडीय नारी शक्ति राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ के लिए सभी कुंडों को रंग रोशन के साथ तैयार कर लिया गया है। विगत कई दिनों से गायत्री परिजनों ने यज्ञ स्थल पर डेरा जमा कर दिन रात यज्ञ कुंडों के निर्माण में लगे हुए थे। यज्ञ कुंड के आसपास मौसमी फूलों के घेरा से सुंदर वातावरण बना हुआ है। चार दिवसीय चलने वाले इस महायज्ञ में सभी संस्कार- पुंशवन, नामकरण, अन्नप्राशन, मुंडन, विद्यारंभ,यज्ञोपवीत ,विवाह आदि निशुल्क संपन्न कराए जाएंगे। यज्ञ में भाग लेने के लिए किसी भी प्रकार का धर्म ,जाति, छुआ -छूत, ऊंच -नीच,गरीब -अमीर , व जाति-पाति का भेदभाव नहीं होगा। कोई भी इच्छुक श्रद्धालु गायत्री परिवार के इस विराट महायज्ञ में भाग लेकर आहुतियां समर्पित कर सकता है गायत्री परिवार गाजीपुर जनपद के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य मनुष्य में सद्दप्रवृतियों का अभ्युदय एवं दुष्प्रवृतियों का नाश है। उन्होंने कहा कि मानसिक कष्ट में गायत्री साधना से तत्काल शांति मिलती है। साधक को ऐसा आत्म बल मिलता है, ऐसी आंतरिक दृढ़ता एवं आत्मनिर्भरता प्राप्त होती है, जिसके कारण अपनी कठिनाई उसे तुच्छ दिखाई पड़ने लगती है। इस विश्वास के साथ उन्होंने इस विराट यज्ञ में आहुतियां समर्पित करने के लिए जनपद के सभी धार्मिक आध्यात्मिक ,सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को भाग लेने के लिए आह्वान किया है। कार्यक्रम के आयोजक पूर्व ब्लाक प्रमुख मुकेश राय ने कहा कि गायत्री महायज्ञ से रेवतीपुर क्षेत्र के आसपास सैकड़ो गांव लाभान्वित होंगे ।आध्यात्मिक ऊर्जा से पोषित एवं पल्लवित होंगे। कुविचारों का नाश होगा, तथा सदविचारों का मस्तिष्क में समावेश होगा जिससे क्षेत्र ऊर्जावान तथा अधिक समर्थन बनेगा। चार दिवसीय यज्ञ कार्यक्रम के दौरान यज्ञ के प्रथम दिवस 5 मार्च 2024 को प्रातः 9:00 बजे से विराट मंगल कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी ।तथा शाम को युगसंगीत एवं प्रवचन का कार्यक्रम होगा ।दूसरे दिन बुधवार को सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञायोग एवं व्यायाम का कार्यक्रम है। तत्पश्चात देव पूजन व गायत्री महायज्ञ में श्रद्धालुओं द्वारा आहुतियां समर्पित की जाएगी।इसी क्रम में तृतीय दिवस गुरुवार को प्रातः सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञायोग व व्यायाम के बाद गायत्री महायज्ञ एवं विविध संस्कार संपन्न कराए जाएंगे ।एवं सायं कालीन संगीत प्रवचन के साथ विराट दीप महायज्ञ का भी आयोजन होगा ।कार्यक्रम के चतुर्थ एवं अंतिम दिवस प्रातः सामूहिक जप ,ध्यान ,प्रज्ञायोग व व्यायाम के साथ गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति भी की जाएगी। तत्पश्चात टोली की विदाई व प्रसाद वितरण कार्यक्रम संपन्न होगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शांतिकुंज प्रतिनिधि बैजनाथ जी, मुकेश राय, विजय शंकर पाल ,मयंक राय, ज्ञानेंद्र राय, अनिल राय , हरेराम पाल, जयशंकर राय, वीरेंद्र नाथ पांडे, कृष्णा पांडे ,मिथलेश देवी, संध्या राय, सरस्वती राय, मंजू राय, सुमित्रा राय, निर्मला राय ,पम्मी राय ,एवं श्रेया राय का विशेष योगदान है।