शिक्षक की असली पहचान उसके छात्रों की प्रगति है : उमा मिश्रा (प्रवक्ता :- विधि संकाय)
चंदौली : सर्वप्रथम सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के चित्र पर मल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर प्रधानाध्यापक महोदय के साथ-साथ विधि विभाग की प्रवक्ता सुश्री उमा मिश्रा एवं सुश्री प्रिया पांडे के अतिरिक्त अलग-अलग विभागों के सभी अध्यापक एवं अध्यापिका उपस्थित रहे।
बच्चों द्वारा कुछ रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए किसी भी विद्यालय के लिए उनके छात्रों की प्रोन्नति बहुत ही मायने रखती है। शिक्षक दिवस के उपलक्ष में अपने वक्तव्य को पेश करते हुए प्रवक्ता सुश्री उमा मिश्रा ने कहा कि एक शिक्षक की असली पहचान उसके छात्रों के प्रगति पर निर्भर करता है। छात्र जितना ही अच्छा प्रदर्शन करता है, उतना ही ज्यादा शिक्षक का मान सम्मान और प्रतिष्ठा समाज में बढ़ती है।
शिक्षक का व्यक्तित्व उसके छात्रों पर ही निर्भर करता है। क्योंकि जितने अच्छे शिक्षक रहेंगे वह अपने छात्रों को उतना ही अच्छा शिक्षा देंगे और जितनी अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे छात्र उतना ही प्रोन्नति करेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन एल एल बी द्वितीय सेमेस्टर के छात्र सौरभ तिवारी एवम् पूजा ने किया और एलएलबी प्रथम सेमेस्टर के नव आगंतुक छात्र पूजा मौर्य, अजीत, सुनील, जीशान आदि छात्रों ने इनका संपूर्ण सहयोग किया। नव आगंतुक छात्रों का उत्साह देखने लायक था।एक शिक्षा के प्रति कर्तव्य निष्ठा को बहुत-बहुत ही अच्छे ढंग से बच्चों ने प्रस्तुत किया। ऐसे कार्यक्रमों का संचालन यह बताता है कि संस्था अपने आप में कितनी ही ज्यादा प्रगति की ओर अग्रसर है । अंचल में इस तरह के महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त करना किसी भी छात्र के लिए गौरव का विषय हो सकता है। जहां पर इतनी अच्छे और कर्तव्यनिष्ठ शिक्षण कार्य करते हैं।