मंत्री के न आने का कार्यक्रम स्थगित नहीं निरस्त है !
गाजीपुर। आज शनिवार को राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) स्टांप न्यायालय एवं शुल्क और पंजीयन रविन्द्र जायसवाल को नोनहरा थानाक्षेत्र के रुकुन्दीपुर आना था, किन्तु अचानक कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। इसे लेकर जनपद में तरह तरह की चर्चा हो रही है।
मंत्री के आगमन की सूचना मिडिया में प्रसारित ही नहीं किया गया बल्कि इसके लिए सैदपुर, भुड़कुड़ा, नगर सहित कासमाबाद के क्षेत्राधिकारों, प्रतिसार निरीक्षक, प्रभारी परिवहन शाखा, पुलिस लाइन के साथ निरीक्षक स्थलीय सूचना इकाई को निर्देशित पत्र भी जारी किया गया था। इस सूचना का पत्र दोपहर साढ़े बारह बजे मीडिया में प्रसारित किया गया, इसके लगभग दो घंटे बाद ही दुसरा पत्र जारी किया गया, जिसमें सोनभद्र में अति महत्वपूर्ण कार्य के कारण गाजीपुर का दौरा निरस्त किये जाने की सूचना दी गयी, जिसके बाद ही जनपद में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। आखिर मंत्री का कार्यक्रम क्यो रद्द हुआ? रुकुन्दीपुर में हुई मौत से ज्यादा महत्वपूर्ण सोनभद्र का कार्यक्रम था या कोई दबाव था या दो दिन से चल रहे घटनाक्रम से सरकार आश्वस्त थी? कुछ लोगों का मानना है किज्ञआज मृतक के भाई का बयान शासन, प्रशासन को निश्चित रुप से बेचैन कर दिया है , जिसके बाद माननीय का दौरा रद्द कर दिया गया हो। कारण जो भी हो पार्टी के कार्यकर्ता की मौत के बाद जिला भाजपा ईकाई बैकफुट पर लग रही है वहीं प्रदेश सरकार के मंत्री का घोषणा के बाद न आना लोगों को खल रहा है ।

मालूम हो 9 सितम्बर को धरनारत ग्रामीणों पर मध्यरात्रि को लाठीचार्ज किया गया,जिसमें रुकुंदीपुर निवासी दिव्यांग सीताराम उपाध्याय का निधन हो गया है।इसी क्रम में ईराज राजा ने बताया कि नोनहरा थाने की घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है, नोनहरा थाने के प्रकरण में कुल 11 पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्यवाही की गयी है, जिसमें प्रभारी निरीक्षक नोनहरा, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी व तीन सिपाहियो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, इसके अलावा दो उपनिरीक्षक और तीन सिपाहियो को लाइन हाजिर किया गया है
